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प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की सर्वप्रथम शुरुआत 2020 में कोविड 19 की महामारी के दौरान अपनाया गया अनाज की आपूर्ति के लिए एक योजना है
इस योजना का पहला चरण अप्रैल से जून 2020 व तीसरा चरण जूलाई से नवम्बर 2020 तक चलाया गया योजना का तीसरा चरण मई जून 2021 के बिच चलाया गया चौथा व पाचव चरण क्रमशः जूलाई नवम्बर 2021व मार्च 2022 तक संचालित किया गया था इस योजना के तहत् केन्द्र सरकार गरीबों परिवारो के हर सदस्य को प्रति माह 5 किलो मुफ्त अनाज वितरण करती है यह राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के तहत आने वा परिवार के लिए चलाईं जा रही है इस अनाज को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बांटा जाता है इस अधिनियम के तहत ग्रामीण क्षेत्र की 75% आबादी और शहरी क्षेत्र की 50% आबादी को लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सब्सिडीयुक्त खाद्यान्न प्राप्त करने का कानूनी अधिकार दिया गया है।
इस प्रकार लगभग दो तिहाई जनसंख्या को अत्यधिक सब्सिडी वाले खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए अधिनियम के अंतर्गत शामिल किया गया है।
इसमें राशन कार्ड धारकों की दो श्रेणियां शामिल हैं: अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) और प्राथमिकता वाले परिवार (पीएचएच)।महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम के रूप में , अधिनियम के तहत
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के अंतर्गत अंत्योदय राशन कार्ड धारक परिवारों को 35 किलोग्राम खाद्यान्न तथा प्राथमिकता वितरण कार्ड धारक परिवारों को 5 किलोग्राम खाद्यान्न रियायती दरों पर उपलब्ध कराया गया।
योजना | प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना |
शुरुआत | 2020 |
योजना का विस्तार | 2028 तक |
मुफ्त अनाज | प्रति सदस्य 5 किलो |
वितरण | सार्वजनिक वितरण प्रणाली |
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की पात्रता
‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के अंतर्गत राहत के लिए पात्र व्यक्तियों में शामिल हैं:
🛑सभी गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) परिवार।
🛑केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों के आधार पर राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों द्वारा अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) के अंतर्गत पहचाने गए परिवार।
🛑राज्य सरकारें/संघ राज्य क्षेत्र प्रशासन, राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों द्वारा तैयार मानदंडों के आधार पर प्राथमिकता प्राप्त परिवारों (पीएचएच) की पहचान करते हैं।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना : की विशेषताएं
🛑इस योजना के द्वारा 78 करोड़ से अधिक लोगों को पांच किलोग्राम मुफ्त गेहूं व चावल उपलब्ध कराया जाता है तथा प्रत्येक परिवार को प्रति माह एक किलोग्राम मुफ्त दाले उपलब्ध कराई जाती है।
🛑भारत के प्रधानमंत्री की घोषणा के अनुसार, इस योजना के तहत बीपीएल गरीबी रेखा से नीचे परिवारों को चार महीने तक मुफ्त गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जाएगा
🛑पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत, व्यक्ति को कर-मुक्त राशि का 50% भुगतान करना होगा। 50% सब्सिडी भारत सरकार द्वारा दी जाएगी
🛑प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करती है। इस के लिए अब तक 70,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं
🛑पीएम गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) में 10 लाख स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल हैं।
🛑इस योजना के तहत अवैध तरीके से ली गई राशन सामग्री को भारत सरकार द्वारा 2 गुणे अर्थ दण्ड से वसुल करेगी
🛑इस योजना में अघोषित आय का 30% प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में निवेश करने का भी प्रावधान है। यह राशि 5 साल बाद बिना ब्याज के वापस कर दी जाएगी।
FAQ
प्रश्न -प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना कब चलाई गई थी?
उतर- यह योजना मूल कोविड 19 के बाद 30 मार्च 2020 से शुरू हुई थीं। योजना के अन्तर्गत लगभग 15 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों को इस महामारी से लड़ने के लिए बीमा कवर प्रदान किया गया था
- प्रश्न – प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को क्यों चलाया गया था
उतर- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को कोविड-19 महामारी के दौरान गरीबों और ज़रूरतमंदों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से खाद्य सुरक्षा मुहैया कराने के लिए शुरू किया गया था. इस योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से जूझ रहे लोगों को राहत प्रदान करना था