प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना क्या है

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 13 फरवरी 2016 में मध्यप्रदेश में आयोजित एक किसान सम्मेलन में शुरू की गई यह योजना, अप्रत्याशित प्राकृतिक खतरों के कारण होने वाले फसल नुकसान के लिए एक व्यापक सुरक्षा प्रदान करती है। यह सुरक्षा न केवल किसानों की आय को स्थिर बनाती है, बल्कि उन्हें नई पद्धतियों को अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित करती है भारत में ग्रामीण आबादी अधिकतर कृषि पर निर्भर है
सबसे पहले इस योजना की शुरुआत 1985 में सूखे, बाढ़ आदि के कारण फसल खराब होने की स्थिति में किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।
PMFBY एक किफायती फसल बीमा उत्पाद है जिसे बीमा कंपनियों और बैंकों के नेटवर्क के माध्यम से लागू किया जाता है। इस योजना में 50 करोड़ से अधिक किसान शामिल हैं और 50 से अधिक विभिन्न फसलों के लिए बीमा कवरेज प्रदान करता है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लाभ कब मिलेगा

1. बुवाई (रोपण) में नुकसान :- बिमाकृत भुमि क्षेत्र में कम वर्षा या सीमित जल संसाधन या प्रतिकूल मौसमी दशाओं मैं बुवाई के समय होने वाले व बुवाई के बाद होने वाले नुकसान से सुरक्षा प्रदान करता है
2. बुवाई से लेकर कटाई तक वाले नुकसान :- खड़ी फसलों में रोग, सुखा , लंबे समय तक वर्षा करना होना, जल भराव, बाढ़, भूस्खलन, आकाश की बिजली, ओलावृष्टि ,तूफान, चक्रवात ,आंधी ,भवर ,बवंडर, प्राकृतिक अग्नि दुर्घटना, प्राकृतिक अन्य कारण कृमि रोग से आने वाले नुकसानों की सुरक्षा के लिए वृत्त स्तर पर बीमा किया जाता है
3. फसल कटाई के बाद होने वाले नुकसान :- यह बीमा फसलों के काटने के बाद अधिकतम 15 दिन चक्रवात और चक्रवर्ती वर्षा आंधी तूफान प्राकृतिक अग्नि मौसमी वर्षा के मामले में खेत में सूखने के लिए छोड़ी गई फसलों के नुकसान के लिए बीमा दिया जाता है
4. स्थानीय आपदाएं :- अन्य स्थानीय आपदाएं भूस्खलन भूमि आपदाएं भूमि अवसादन नदी नाले जल भराव से होने वाले नुकसानों के उपरांत दिया जाता है
5. अचानक होने वाली प्राकृतिक आपदा :- उक्त आपदाओं के अतिरिक्त होने वाली प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसानों से सुरक्षा दिलाने के लिए बीमा किया जाता है

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

• जमाबंदी
•आधार कार्ड
•मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक हो

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उद्देश्य

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और बीमारियों से होने वाले नुकसान से किसानों को वित्तीय सहायता व सुरक्षा प्रदान करना है कृषि में सतत् विकास को प्रोत्साहित करती है। यह योजना किसानों को खेती में निरंतरता बनाए रखने और आधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है.

आर्थिक सहायता:-
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत, प्राकृतिक आपदाओं जैसे सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, या आंधी, भंवर भूस्खलन आकाशी बिजली कीटों और बीमारियों के कारण फसल के नुकसान की स्थिति में किसानों को आर्थिक सहायता उपलब्ध प्रदान की जाती है
किसानों की आय में विस्तार करना:-
यह योजना किसानों की आय को विस्तार करने में मदद करती है, जिससे वे खेती में बने रह सकते हैं और अपनी आजीविका को जारी रख सकते हैं यह योजना किसानों की जीवन दाहिनी का कार्य करती है
आधुनिक कृषि को बढ़ावा देना:-
यह योजना किसानों को नवीन और अत्याधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है, जिससे कृषि क्षेत्र के उत्पादन और अधिक वृद्धि हो सके किसानों के द्वारा नवीन कृषि पद्धति अपनाने से उसके उत्पाद में विस्तार हो पाता हैं
कृषि क्षेत्र में ऋण की सुनिश्चित करना:-
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना यह कृषि क्षेत्र में ऋण के सुविधा को सुनिश्चित करती है, जो किसानों को उत्पादन में जोखिमों से बचाने का कार्य करती है

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की मुख्य विशेषताएं

✓ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ, रबी तथा वार्षिक वाणिज्यिक( तिलहन दलहन मोटा अनाज)एवं बागबानी फसलों को शामिल किया गया है।
✓इस योजना में खरीफ की फसल के लिये कुल बीमित राशि का 2% तक का बीमा प्रभार, रबी का 1.5% तक तथा वाणिज्यिक व बागवानी फसलों के लिये बीमित राशि का 5% तक का बीमा प्रभार किया जाता है
✓किसानों की प्रीमियम राशि का एक बड़ा हिस्सा केन्द्र तथा संबंधित राज्य वहन करता हैं जो किसान के प्रिमियम के लगभग बराबर होता है
✓बीमित किसान यदि प्राकृतिक आपदा के कारण बोवाई नहीं कर पाता है तो भी बिमित कम्पनी के द्वारा उसे दावा राशि मिल सकेगी।
✓इस योजना में ओला, जलभराव और भूस्खलन आकाशी बिजली,जैसी आपदाओं को स्थानीय आपदा माना जाएगा। इस योजना में स्थानीय हानि की स्थिति में केवल एक प्रभावित किसानों का सर्वे कर उन्हें दावा राशि प्रदान की जाएगी।
✓योजना में पोस्ट हार्वेस्ट नुकसान भी शामिल किया गया है। अब फसल कटने के 15 दिन तक यदि फसल खेत में है और उस दौरान कोई आपदा आ जाती है तो किसानों को दावा राशि का 100% बिमा क्लेम मिल सकेगा
✓योजना में टैक्नोलॉजी जैसे रिमोट सेंसिंग मोबाइल फोन ऐप इस्तेमाल कर फसल कटाई/नुकसान का आंकलन शीघ्र व सही तरीके से किया जाता है ताकि किसानों को दावा राशि तुरन्त प्रभाव से मिल सके
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की चुनौती
✓बड़े स्तर पर बीमा कवरेज के बावजूद बीमांकित प्रीमियम की राशि बढ़ती गई है जबकि इसे कम होना था। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि बीमा कंपनियाँ अधिकतम फायदा लेने के चक्कर में प्रीमियम राशि बढ़ा रही है। संभावना है कि अगले वर्ष’ में प्रतिस्पर्द्धा के चलते प्रीमियम राशि में कमी आ जाए।
पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और असम के क्षेत्र जहाँ के किसानों की फसलें भूस्खलन जलभरा बाढ़ के कारण खराब हुई हैं, वहाँ उनके नुकसान का अांकलन ‘रिमोट सेंसिंग’ से न करके व्यक्तिगत तरीके से किया गया था

✓पूर्वी राज्य बीमा कंपनियों को अग्रिम में प्रीमियम राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है
किसानों को मुआवजा बहुत कम व लेट दिया जाता रहा है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में जंगली जानवरों जैसे हाथी, नील गाय, जंगली सूअर ,हिरण किट पंतग जैसे टिड्डी आदि द्वारा नष्ट की जाती फसलों के जोखिम और नुकसान को शामिल नहीं किया जाता है
✓वर्तमान में ज्यादातर राज्यों में, इस योजना के तहत बीमा कवर के लिये बोली लगाई जाती है। बोली एक सीजन (6 माह) या दो सीजन (1 वर्ष) के लिये होती है। जो बीमाकर्त्ता कंपनी एक सीजन के लिये बीमा कवर की बोली जीतती है उसे अगले सीजन में आने के लिये बाध्य नहीं किया जा सकता। इससे होता यह है कि जिस साल मानसून बेहतर रहता है उस वर्ष बीमाकर्त्ता खूब लाभ कमाते हैं लेकिन जिस वर्ष मानसून के कमजोर होने की संभावना होगी उस वर्ष वो बीमा कवर की जिम्मेदारी ही नहीं लेंगे।
आवेदन प्रक्रिया

आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:-

1 प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: pmfby.gov.in पर जाएं।
2 वेबसाइट के होमपेज पर “फार्मर कॉर्नर” पर क्लिक करें।
3.फार्मर कॉर्नर” पेज पर “ऑनलाइन आवेदन” पर क्लिक करें।
4.अब आवेदन पत्र में आवश्यक दस्तावेज भरें, नाम, पता, आधार कार्ड नंबर, कृषि भूमि के विवरण, आदि।
5. आवश्यक दस्तावेज, जैसे कि आधार कार्ड, कृषि भूमि के दस्तावेज, बैंक खाता पासबुक, मोबाइल नंबर अपलोड करें।

FAQ

प्रश्न- फसल का मुआवजा कैसे मिलेगा?
उतर – प्रधानमंत्री फसल बीमा का मुआवजा लेने के लिए पहले प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करे. यह प्रक्रिया फसल हानि होने से पहले की जाती है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में रजिस्ट्रेशन के समय किसानों को एक प्रीमियम राशि जमा करनी होती है.यह एक फसलों की बिमा राशि है

प्रश्न किसानों को फसल बीमा कब मिलेगा?
उतर- किसानों को शीघ्र ही रबी 2024-25 के फसल बीमा क्लेम का भुगतान किया जाएगा। इस योजना के तहत किसानों ने कुल 8.01 लाख हेक्टेयर फसलों के लिए 5.79 लाख आवेदन आये थे, उनकी फसलों का बीमा प्रीमियम जमा करवाया गया था

प्रश्न -प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना क्या है?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसानों की फसल को प्राकृतिक आपदाओं के कारणों से हुईं हानि को किसानों द्वारा प्रीमियम जमा करवाया जाता है भुगतान देकर एक सीमा तक कम कराने हेतु भारत सरकार की एक योजना है।

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